नयी दिल्ली। भारतीय रेलवे ने राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन से तीन दिन पहले रविवार को बताया कि नये अयोध्या स्टेशन के पहले चरण का निर्माण जून, 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे ने बताया कि स्टेशन दिखने में राम जन्मभूमि मंदिर जैसा होगा और यहां आने वाले यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि पहले चरण में प्लेटफॉर्म संख्या 1, 2/3 का काम, मौजूदा बरामदा, सीढ़ियों और पैसेज आदि का काम तथा परिसर निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। चौधरी ने बताया कि इस स्टेशन के निर्माण को 2017-18 में मंजूरी मिली थी और इसे बनाने में करीब 104 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा, ‘‘नये अयोध्या स्टेशन के पहले चरण का काम जून, 2021 तक पूरा हो जाएगा।’’
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया है, ‘‘राम मंदिर दर्शन के लिए जाने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए रेलवे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या स्टेशन का पुनर्विकास कर रहा है।’’ बयान में कहा गया कि दूसरे चरण में नये स्टेशन के भवन और अन्य सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। इन सुविधाओं में स्टेशन परिसर के भीतरी और बाहरी क्षेत्र की मरम्मत, टिकट खिड़कियों की संख्या में बढ़ोतरी, प्रतीक्षालयों की संख्या में वृद्धि, तीन वातानुकूलित शौचालयों का निर्माण, 17 बिस्तरों वाला शौचालय युक्त पुरूष डोरमिट्री, 10 बिस्तरों वाला महिला डोरमिट्री शामिल हैं। अन्य सुविधाओं में फुटओवर ब्रिज, फूड प्लाजा, दुकानें, और शौचालय बनेंगे। इनके अलावा पर्यटक केन्द्र, टैक्सी बूथ, शिशु विहार आदि भी बनेगा। चौधरी ने कहा, ‘‘भगवान राम के पावन चरणों से पवित्र हुए अयोध्या शहर का आध्यात्मिक महत्व है और भविष्य में उस महत्व को ध्यान में रखते हुए, रेलवे अयोध्या रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण कर रहा है।’’ नये अयोध्या स्टेशन के डिजाइन में मंदिर के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए गुंबद, शिखर, स्तंभों को शामिल किया गया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह स्टेशन 1,00,000 (एक लाख) वर्ग फुट क्षेत्र में फैला होगा। उत्तर रेलवे द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, महत्व को ध्यान में रखते हुए रेलवे अयोध्या स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं, यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं, स्वच्छता, सुन्दरता और उच्च गुणवत्ता वाली तमाम अन्य अपेक्षित सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में बढ़ रहा है।