कानूनगो की मृत्यु पर सदर तहसील बस्ती सील,लेखपाल बैठे धरने पर कोरोना जांच की मांग की


सदर तहसील के कानूनगो राम कुमार वर्मा की कोरोना से मृत्यु होने की पुष्टि होते ही गुरुवार को तहसील 24 घंटे के लिए सील कर दिया गया। यहां किसी भी आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। कानूनगो की बुधवार को मौत हुई थी। कोरोना के लक्षण पाए जाने पर सैंपल लिया गया था। 


              ज्ञात रहे सदर तहसील में तैनात कानूनगो राम कुमार वर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में बुधवार को मौत हो गई थी। इससे नाराज लेखपाल और कानूनगो देर शाम तहसील में धरने पर बैठ गए थे।


             सदर तहसील लेखपाल संघ के अध्यक्ष अशोक त्रिपाठी ने कहा कि 20 जुलाई से कानूनगो की तबीयत खराब चल रही थी। फिर भी कोरोना जांच कराने का अधिकारियों ने प्रयास नहीं किया। मौत की खबर मिलने के बाद कर्मचारी भयभीत हो गए है। कानूनगो में कोरोना से मिलते जुलते ही लक्षण थे। परिजन तीन बजे जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। कोरोना जांच के लिए शव को रोक लिया गया। देर शाम तक जांच नहीं कराई गई थी। धरने पर बैठे लेखपालों ने तहसील के सभी कर्मचारियों की कोरोना जांच कराने की मांग उठाई। जिला मंत्री अजय कुमार श्रीवास्तव ,मंत्री देवेंद्र कुमार, विनय मिश्र, कानूनगो मनोज उपाध्याय, राकेश मिश्र, सुरेश चंद्र पटवा, अजय श्रीवास्तव आदि कर्मचारी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए धरना दिए। धरना की सूचना पर कोतवाल रामपाल यादव पहुंच गए। धरना समाप्त करने के लिए कर्मचारियों से अनुरोध किया था। आज मृत सदर कानूनगो कोरोना पॉज़िटिव पाये गए।