बस्ती,अरब सागर से उठने वाला चक्रवातीय तूफान का असर बस्ती बलिया, वाराणसी, आजमगढ़ सहित पूर्वांचल के जिलों में भी दिखने लगा है। पास-पड़ोस के जिलों में बादलों का आगमन शुरू हो गया है और 4-5 जून को तेज हवा के झोंकों के साथ कहीं कम तो कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है। बस्ती में बृहस्पतिवार सुबह से मौसम का मिजाज बदल गया। नम हवाएं चलने और बूंदाबांदी से उमस से राहत मिली है।
बस्ती जिले में निसर्ग तूफान के चलते मौसम में बदलाव आया है। आसमान में बादल छा गए हैं और 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। अगले 48 घंटों में बारिश के आसार हैं। बलिया के अमरनाथ मिश्र पी जी कालेज दूबेछपरा के पूर्व प्राचार्य व भूगोलविद् डॉ. गणेश कुमार पाठक ने बताया कि यह प्रभाव पूर्वांचल में 24 घंटे बाद नजर आ सकता है।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन पांडेय के हवाले से डॉ. पाठक ने बताया कि अरब सागर से दक्षिणी-पश्चिमी हवाएं तेजी से प्रवाहित होती हुई महाराष्ट्र एवं गुजरात के तटों से टकरा रही हैं और वर्षा भी हो रही है। मुंबई व गुजरात के तटों से 'निसर्ग' तूफान टकराने के बाद यह आगे बढ़ते हुए उत्तरी-पश्चिमी भारत में 4 जून तक व्यापक असर छोड़ सकता है।
वायु की गति 100 किलोमीटर से भी ऊपर होने का अनुमान है। इसका प्रभाव एक दिन बाद बस्ती सहित पूर्वांचल के अन्य जिलों में पड़ना तय है। पूर्वांचल के सभी जिलों में आसमान में बादल छाए हुए हैं। आगामी एक सप्ताह के मौसम के बारे में मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि शनिवार तक फ़िलहाल मौसम का रुख ऐसा ही रहेगा।
वातावरण में नमी होने के कारण हल्की वर्षा भी हो सकती है। डॉ. पाठक के अनुसार रविवार से पुनः मौसम साफ हो जायेगा। सूरज की किरणें फिर से तीव्र होने लगेंगी और एकबार फिर भीषण गर्मी लोगों के लिए कष्टदायक हो सकती है।
20 जून तक मानसून का भी आगमन हो सकता है। एक जून को केरल में मौसम का आगमन हो गया है और यदि सब कुछ सामान्य रहा तो रोहिणी नक्षत्र की समाप्ति के बाद यदि मृगदाव (मृगडाह) नक्षत्र में अच्छी तपन हो जायेगी तो 20 जून तक बलिया में भी मानसून आ जायेगा और वर्षा शुरू हो जायेगी।