दौलत करोड़ों की कमा लिया है तुमने बेशक !
मगर जीवन में शांति नही तो व्यर्थ है सब कुछ !!
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यूं तो शांति और सुकून की तलाश रहती है सभी को !
मगर दौलत कमाने की होड़ में शांति मिलती नहीं किसी को !!
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काम कुछ ऐसा करते रहो दुनिया में प्यारे !
शांति और सुकून खुद ही आए तेरे दर पर !!
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शांति का संदेश पहुंचाना चाहते हो अगर दुनिया में !
लोभ , मोह , माया से रिश्ता सदा दूर का ही रखो !!
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दुनिया से अकड़ कर चलने में भला शायद हो कभी तुम्हारा !
धन दौलत जुटा लोगे बेशक मगर शांति तो मिलने वाली नहीं !!
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पास बैठोगे जो कभी आकर तुम मेरे !
मंत्र शांति का सीख जाओगे सरलता से !!
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अनमोल ज़िंदगी का अनमोल यह खजाना है !
एक लक्ष्य अपना बस जीवन में शांति पाना है !!
************* तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु कवि व मंच संचालक अंबेडकरनगर उत्तर प्रदेश !