भारत और चीन के बीच लद्दाख इलाके में अभी भी तनाव जारी है और इसको बातचीत से हल करने की कोशिश हो रही है. 6 जून को हुई बैठक में अभी कोई ठोस नतीजा तो नहीं निकला है, लेकिन इस बीच चीन ने एक बार फिर बॉर्डर पर हलचल तेज़ कर दी है. जानकारी है कि चीन ने ईस्टर्न लद्दाख के आसपास भारत से जुड़े बॉर्डर के पास हेलिकॉप्टर की हलचल तेज़ कर दी है.
सूत्रों की मानें, तो इन हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल लद्दाख के पास इकट्ठा हुए चीनी सैनिकों की मदद करने में किया जा रहा है. पिछले 8-10 दिन से बॉर्डर पर दोनों देशों की ओर से हलचल बढ़ी है, ऐसे में चीन लगातार अपनी ताकत को उस ओर मजबूत करता दिख रहा है.
इन दिनों चीन की ओर से हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल पेट्रोलिंग, सामान की सप्लाई के लिए किया जा रहा है, लेकिन अब वह भारत के बॉर्डर से बिल्कुल सटकर इन्हें उड़ा रहा है. इसके अलावा, चीनी सेना PLA के लड़ाकू एयरक्राफ्ट भी ईस्टर्न लद्दाख के पास LAC उड़ान भरते देखे गए हैं.
बता दें कि चीन के हुतान और गलगुन्सा बेस पर भारत भी नज़र बनाए हुए है और चीन की हर हलचल का हिसाब ले रहा है.
गौरतलब है कि मई की शुरुआत के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति है. लेकिन बीते दिनों जब चीन ने बॉर्डर पर फाइटर प्लेन को तैनात किया तो हालात और भी गरम हो गए. और 2017 में डोकलाम के वक्त पैदा हुई स्थिति से आगे जाते हुए दिख रहे थे.
सूत्रों के मुताबिक, 10-12 चीनी लड़ाकू विमानों को हुतान-गलगुन्सा बेस के पास तैनात किया गया है, जो ईस्टर्न लद्दाख के पास के इलाके हैं. इतना ही नहीं, चीनी विमान ईस्टर्न लद्दाख के 30 किमी. अंदर तक उड़ान भरते हुए देखे जा चुके हैं जो अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार भारतीय सीमा के दस किमी. ही दूर है.
भारत और चीन के बीच इस विवाद को लेकर 6 जून को लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बैठक हुई थी, लेकिन अभी कोई नतीजा नहीं निकला है. आगे भी बातचीत का सिलसिला जारी रह सकता है. चीन ने बीते दिनों लद्दाख की ओर बढ़त बना ली है, जबकि भारत उसे कह रहा है कि वह अप्रैल जैसी स्थिति पर वापस जाए.