बस्ती।तटबंध विहीन गांवों की सुरक्षा को लेकर वर्षों के संघर्ष के उपरांत बाघानाला, गौरियानयन ,भरथापुर ,कल्याणपुर, संदलपुर में अवशेष बचे एल.बी.बांध व उसकी सुरक्षा हेतु बांध निर्माण बीते 12मई से शुरू हो गया जिसका निरीक्षण करने पहुंचे समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी ने इसे देर से लिया गया प्रसासन का सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि यदि समय से यह फैसला लिया गया होता तो अब तक घाघरा में विलीन कठौनिया, सहजौरा पाठक,सुखरामपुर, हनुमानपुर सहित दर्जनों गांव बच गये होते किन्तु ग्रामीणों द्वारा निरन्तर मेरे संघर्ष को समर्थन के आगे प्रसासन को यह फैसला लेना पडा इसके लिए मैं ग्रामीणों के साथ साथ पूर्व जिलाधिकारी बस्ती राजशेखर सिंह,व माला श्रीवास्तव उपजिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल के साथ साथ वर्तमान जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन व उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा का विशेष योगदान रहा जिन्होने जनहित में उठाये गये हमारे मांग पर गंभीर पहल किया वरन जनपद के जनप्रतिनिधि तो गांव के विस्थापन व कढाई चढाने की बात करते थे ग्यात हो कि श्री पाण्डेय इन गांवों की सुरक्षा हेतु 2015से संघर्षरत थे किन्तु प्रसासन द्वारा मांगों को गम्भीरता से न लिए जाने के चलते अनेकों संघर्षों के उपरांत 12जुलाई 2018को घाघरा में छलांग लगा दिया था जिसके बाद प्रसासन हरकत में आया फलतः ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु अब जाकर बचाव कार्य शुरू हुआ जिससे क्षेत्र में प्रसन्नता व्याप्त है
तटबंध पर ठोकर बांध निर्माण दर्जनों प्रभावित गांवों के लिए वरदान-चन्द्रमणि पाण्डेय