मुंबई: ऋषि कपूर का चंदनवाड़ी शवदाह गृह में शाम तकरीबन चार बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया. पत्नी नीतू, पुत्र रणबीर समेत 20 लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए लेकिन उनकी बेटी रिद्धिमा नहीं पहुंच सकीं. वह दिल्ली में रहती हैं. उनको सुबह दिल्ली प्रशासन की तरफ से मूवमेंट पास तो मिल गया था लेकिन लॉकडाउन के कारण उनको वाया सड़क ही जाना पड़ा. मुंबई पहुंचने में उनको 13-14 घंटे लगेंगे. सफर लंबा होने की वजह से वह अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सकीं. कपूर खानदान की तीसरी पीढ़ी के मशहूर शख्स ऋषि के परिवार में पत्नी नीतू कपूर, बेटा रणबीर कपूर और बेटी रिद्धिमा कपूर हैं.
वहीं दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने अभिनेता की बेटी रिद्धिमा साहनी को पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जरूरी पास जारी किए. बंद की वजह से लोगों की आवाजाही पर रोक है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्वी) आर. पी. मीणा ने बताया कि रिद्धिमा के साथ चार अन्य लोगों को भी पास जारी किए गए. मीणा ने कहा, ‘‘ रिद्धिमा के अलावा भरत साहनी, समारा सहानी, अक्षय साहनी और दृगलक्ष्मी राय को मुंबई जाने की अनुमति दी गई है.’’
दो साल से ल्यूकेमिया (रक्त का कैंसर) से जंग लड़ रहे अभिनेता ऋषि (67) को बुधवार को तबीयत बिगड़ने के बाद एच. एन. रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज सुबह उनका निधन हो गया. कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के कारण अभिनेता का पार्थिव शरीर कड़ी सुरक्षा के साथ करीब पौने चार बजे अस्पताल से सीधे शवदाह गृह ले जाया गया.
अंतिम संस्कार के समय पत्नी नीतू सिंह, बेटे रणबीर, ऋषि के बड़े भाई रणधीर, करीना कपूर खान , उनके पति सैफ अली खान और अभिनेता अभिषेक बच्चन और रणबीर की प्रेमिका आलिया भट्ट और अनिल अंबानी मौजूद थे. कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण परिवार के कुछ सदस्य और दोस्त ही अंतिम संस्कार में शामिल हुए. शवदाह गृह पहुंचे इन सभी लोगों ने मास्क और दस्ताने पहन रखे थे.
अमेरिका में करीब एक साल तक कैंसर का इलाज कराने के बाद वह पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे. फरवरी में भी तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें दो बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पहली बार दिल्ली में एक पारिवारिक समारोह में हिस्सा लेने गए ऋषि को संक्रमण के कारण वहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद मुंबई लौटने के बाद उन्हें बुखार होने पर अस्पताल मे भर्ती कराया गया था.