गोंडा। शुक्रवार को समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव के भाई समेत हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष उमरी बेगमगंज को निलंबित कर दिया। मामले में नौ लोगों को नामजद करते हुए चार अन्य के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमले समेत विभिन्न धराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी जिला पंचायत सदस्य समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला गोंड़ा जिले के थाना उमरी बेगमगंज क्षेत्र के परास पट्टी मझवार गांव के रहने वाले सपा युवजना सभा के राष्ट्रीय सचिव विजय कुमार सिंह उर्फ टिंटू सिंह और उनके भाई देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह ने मनरेगा श्रमिकों को मिलने वाली मजदूरी में हेराफेरी की शिकायत अधिकारियों से की थी।
शुक्रवार को मुख्यालय से अधिकारियों की टीम जांच करने पहुंची थी। जहां मनरेगा श्रमिकों के बयान के दौरान ही टिंटू सिंह व लाठी सिंह भी मौजूद थे। इसी बीच वहां पहुंचे इसी गांव के रहने वाले जिला पंचायत सदस्य अतुल सिंह से हुई कहासुनी के दौरान जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आरोप है कि ताबड़तोड़ फायरिंग में जिला पंचायत सदस्य ने देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह और उनके साथी कन्हैया पाठक की हत्या कर दी। फायरिंग में पांच लोग घायल हुए थे।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई गई रिपोर्ट
मामले में लाठी सिंह के भाई अजय सिंह उर्फ बबलू सिंह ने परासपट्टी के रहने वाले जिला पंचायत सदस्य अतुल सिंह, तिलकधारी सिंह, उदय प्रताप सिंह, भारत भूषण, तिलकराम यादव, महेश, पंकज सिंह, पुष्पेंद्र सिंह व काशीपुर निवासी राजन सिंह समेत चार अन्य के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमले समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस ने आरोपी जिला पंचायत सदस्य समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि दो आरोपी अभी भी फरार है। फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस अधीक्षक आरके नैय्यर ने बताया कि मामले में सात अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर ली गई है। अन्य के लिए छापामारी कराई जा रही है। हत्याकांड में लापरवाही बरतने के मामले में थानाध्यक्ष उमरी बेगमगंज ओमप्रकाश सिंह चौराह को निलंबित कर दिया गया है।