बस्ती। जनपद में एक 24 वर्षीय युवक की कोरोना 19 से मौत हो जाने के बाद आखिर जिला प्रषासन अपनी कुम्भकरणी नीद से उठकर जिले में मौत हुये एरिये सहित गाॅधीनगर में जनता कफर््यू लगा दिया और जिले में लाकडाउन को कडाई से पालन का निर्देष देते हुये कहा कि अगर लोग लाकडाउन को तोडते है तो उन्हे कडाई से निपटें। परन्तु उनके आदेष को नजर अन्दाज करते हुये आज भी चाहे वह पुलिस महकमा या फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम सब अपने आप में मस्त है। विदित रहे कि गतदिवस जिला चिकात्सालय में एक मरीज भर्ती हुआ और उसी की गम्भीर हालत को देखते हुये उसे बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया। जहाॅ उसकी गत 29 मार्च 20 को उसकी मौत हो जाने के बाद भी जिला प्रषासन उस पर पर्दा डालने का प्रयास करता रहा लेकिन गोरखपुर के जिलाधिकारी द्वारा उसे कोरोना पाजटिब जाये जाने की पुष्टि के बाद भी जिला प्रषासन इस मामले में कुछ कहने से बचता रहा। लेकिन इस स्थित को देखते हुये जिला प्रषासन ने युवक के मोहल्ले के छान बीन करने में जुटी है। और यह पता करने में लगी है कि उसके अन्तिम संस्कार में कौन कौन लोग षामिल थे। इतना ही नही हास्पिटल में भर्ती के दौरान कौन कौन लोग उसके जद में आये है। यहाॅ इस कार्यवाही को यह कहावत चरितार्थ कर रह है कि- चिडिया चुग गई खेत तो अब पछताये का होत है। जबकि हमारे संबादादाता द्वारा बार बार समाचार के माध्यमो के माध्यम से जिला प्रषासन को आगाह करता रहा। लेकिन प्रषासन अपने आप में चूर जनसेवा के चकाचैध में एैसा उल्झा की बस्ती को आग में झोक दिया। परन्तु आज भी षासनादेष का खुलेआम उल्घन होता दिखाई दे रहा। सडके सूनी अवष्य है लेकिन दूर दराज अथवा अन्य प्रदेष से आने वाले यात्रियों को न तो सेनेटाइजर ही कराया जा रहा और न ही उनकी जाॅच की जा रही है। हमारे संबाददाता ने अपने भ्रमण के दौरान बडेबन टूल प्लाजा के पास नौ एैसे यात्रियों को सडक किनारे विश्राम करते देखा और उनसे बात चीत की तो पता चला वे 22 मार्च20 को दिल्ली से चले है और उनकी जाॅच कानपुर से पहले हुयी थी इस बीच उनका कही जाॅच नही हुआ उन्होने कहा बस्ती में उन्हे कही भी किसी ने नही रोका बल्कि पीछे कुछ लोगो ने हम लोगो खाना खिलाया है आने वाले लोग अपने रिक्षाठेला के माध्यम से चल रहै है। जिनमे राजेष, रूदल, महेष, राजेष, अरविन्द, मिथुन, प्रमोद, धर्मेन्द्र एवं गब्बर ने बताया हम दिल्ली से चलकर विहार के समस्तीपुर के सिकन्दराबाद तक जाना है। इनकी बातो से पता चला कि बस्ती जिला प्रषासन अभी पूरी तरह से अपनी कुम्भकरणी नीद से नही जागा है। नही तो ये यात्री किसी षिबिर में क्वाटरटाइन किये जाते। लेकिन जिला प्रषासन किस बात की इन्तजार कर रहा है हालाकि कोरोना पाजटिब से एक की मौत के बाद लोग सकते में है जिसके चलते कुछ आज लाकडाउन का असर दिखाई पडा।
बस्ती के मृतक कि कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट की पुष्टि होने के बाद लाक डाउन को लेकर प्रशासन पुनः हुआ सक्रिय,