बस्ती। वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित21दिन के लॉकडाउन जब लोगो पर खाने के लाले पड़ गए तो ऐसे में अन्नपूर्णा रसोई जो पिछले कई महीनों से गरीब असहाय लोगों को निःशुल्क भोजन मुहैया कराता रहा है इस संकट की घड़ी में ऐसे लोग जो रोज कमाते खाते थे उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के लिए आगे आया।
अनपूर्ण रसोई जो जनसहयोग से संचालित होता है जिसमे लोग अपनी सहभागिता निभाते है कोरोना की महामारी देख कर समाज के जो संम्पन्न लोग तो मदद के लिए हाथ बढ़ाया वही एक 6 वर्षीय बच्ची प्रानवी मिश्रा पुत्री पीसी मिश्रा साकिन शिवा कॉलोनी जनपद बस्ती की रहने वाली है , बच्ची ने अपना गोलक तोड़कर गरीबों को भोजन कराने हेतु ₹2000 दिया।
प्रानवी मिश्रा के पिता ने बीएनटी लाइव को बताया कि किसी से मेरी बेटी ने सुना था कि जब सबकुछ बन्द है ऐसे में अन्नपूर्णा रसोई को जो गरीबों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध करा रहा तो उसने कहा कि मेरे पास कुछ पैसे है मैं भी सहयोग करुँगी तो मुझे इसके जिद माननी पड़ी मुझे अपनी बच्ची के संस्कार पर गर्व है।