23 नवंबर को जब देवेंद्र फडणवीस सरी बार सीएम पद की शपथ ले रहे थे उस समय फडणवीस का परिवार मौजूद था. सीएम बनने के बाद अमृता ने अपने पति को ट्वीट कर बधाई दी थी और कहा था कि आपने कर दिखाया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
'चुनाव में लोगों ने महायुति को बहुमत दिया. हमें 105 सीटें मिलीं. हमने शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन ये जो जनादेश दिया गया वो बीजेपी को मिला, क्योंकि हमने 70 फीसद सीट पर कब्जा किया. हमने कभी ढाई-ढाई साल के सीएम का वादा नहीं किया था. हमने शिवसेना का काफी इंतज़ार किया. शिवसेना ने हमसे चर्चा के बजाए कांग्रेस, एनसीपी से चर्चा की. शिवसेना ने अपना ही मजाक बना लिया. हमारे पास बहुमत के लिए जितने विधायक चाहिए, उतने नहीं है. झे लगता है कि जो तीन पार्टियां साथ में सरकार बनाने की प्लानिंग कर रही है, मुझे लगता है कि ये सरकार खुद अपने बोझ तले दबेगी. क्योंकि इसका पहिया एकसाथ नहीं चल सकता. हमने बीजेपी के रूप में तय किया है कि हम विपक्ष में बैठेंगे. जनता की आवाज़ बनेंगे. किसानों, गरीबों की समस्या सरकार तक ले जाएंगे. जो काम हमने महाराष्ट्र में शुरू किया है, वो आगे चले, इसके लिए हम काम करेंगे. पिछले पांच साल महाराष्ट्र की जनता ने जैसा प्यार हमें दिया मैं उससे खुश हूं. उनका आभार व्यक्त करना चाहता हूं. हमने जो काम किया, पांच साल तक, हर काम हमने बहुत प्रमाणिक तरीके से किया. ईमानदारी से किया. इसी के चलते महाराष्ट्र की जनता का आशीर्वाद भी मिला. हम सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरे.
अब महाराष्ट्र में शिवसेना, बीजेपी और कांग्रेस सरकार बनाने जा रही हैं. बीजेपी ने विपक्ष में बैठने का फैसला किया है.